तेहरान में आयोजित “ईरान मेड 2025” अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में दुनिया के 35 देश हिस्सा ले रहे हैं।जहां आधुनिक चिकित्सा और डेंटल उपकरणों की प्रदर्शनी के ज़रिए ईरान की आत्मनिर्भरता और वैज्ञानिक प्रगति का शानदार प्रदर्शन किया गया।
यह प्रदर्शनी चिकित्सा, डेंटल और फार्मास्यूटिकल उपकरणों की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में से एक है। इस वर्ष इसमें 300 घरेलू और विदेशी कंपनियाँ भाग ले रही हैं। इसका उद्देश्य मेडिकल उपकरणों के क्षेत्र में नवाचार, गुणवत्ता और स्थायित्व को बढ़ावा देना है।
प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे देशों और कंपनियों ने अपने नए उत्पाद पेश किए, जिनमें डेंटल उपकरण, इमेजिंग मशीनें, कृत्रिम अंग, सर्जिकल उपकरण, संक्रमण नियंत्रण सामग्री, डिस्पोजेबल आइटम, स्वास्थ्य उत्पाद, डायग्नोस्टिक और उपचार उपकरण, अस्पताल फर्नीचर, व्हीलचेयर, एंबुलेंस और प्रयोगशाला उपकरण आदि शामिल हैं।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मोहम्मद रज़ा ज़फरकंदी ने कहा कि दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता सरकार की प्राथमिकता है और इस क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भरता हासिल करने के प्रयास जारी हैं।
मेडिकल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स यूनियन के प्रमुख अब्दुर् रज़ा याकूबज़ादेह के अनुसार, ईरान हर साल 20 मिलियन डॉलर मूल्य के चिकित्सा उपकरण 60 से अधिक देशों को निर्यात करता है। वर्तमान में देश में 70% मेडिकल उपकरण और 100% सामान्य अस्पताल बेड स्थानीय स्तर पर तैयार किए जाते हैं। वहीं ICU और CCU बेड का 95% तथा ऑपरेटिंग रूम उपकरणों का 85% आधुनिक तकनीक के साथ ईरान में निर्मित होता है।
उन्होंने बताया कि देश में मेडिकल उपकरणों की वार्षिक आवश्यकता लगभग 3 से 4 अरब डॉलर की है, जिसमें से करीब 1 अरब डॉलर का सामान आयात किया जाता है। ईरान में 600 से अधिक कंपनियाँ सक्रिय हैं जो 99% दवाएँ और 10,000 से अधिक प्रकार के मेडिकल उपकरण खुद तैयार कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि अब ईरान में कई तरह के प्रयोगशाला उपकरण विदेशी उत्पादों की तुलना में कम कीमत पर बनाए जा रहे हैं, जो देश की तकनीकी क्षमता का स्पष्ट प्रमाण हैं।
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